फैक्ट चेक: क्या आरबीआई ने सभी बैंकों को पासबुक के आखिरी पेज पर गीता का सार प्रिंट कराने का निर्देश दिया है? जानें सच
- सोशल मीडिया पर आरबीआई के निर्देश को लेकर किया गया दावा हो रहा वायरल
- बैंक पासबुक के आखिरी पेज पर गीता सार प्रिंट कराने की कही जा रही बात
- पीआईबी ने किया फैक्ट चेक
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस पर आए दिन कुछ न कुछ फर्जी जानकारी वायरल होती रहती है। खासकर व्हाट्सएप, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर इनकी संख्या बहुत ज्यादा है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि आरबीआई ने सभी बैंकों को पासबुक के अंतिम पेज पर गीता का सार प्रिंट कराने का निर्देश दिया है।
क्या है खबर में?
सोशल मीडिया पर एक अखबार की एक खबर की कटिंग वायरल हो रही है। जिसमें लिखा है, 'आर.बी.आई. का सभी बैंकों को निर्देश! पासबुक के आखिरी पन्ने पर प्रिंट करवाएं गीता-सार। इसमें आगे गीता के श्लोक का हिंदी अर्थ लिखा है,
'तुम क्या ले के आए थे, क्या ले के जाओगे।
क्यों रोते हो, तुम्हारा क्या था जो खो गया।
जो लिया यहीं से लिया, जो दिया यहीं दिया।
जो आज तुम्हारा है, कल किसी और का था।
परसों किसी और का हो जाएगा।'
पड़ताल - वायरल दावे की सच्चाई लोगों तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार की एजेंसी पीआईबी ने इसकी पड़ताल की है। एजेंसी ने इसे फर्जी बताते हुए अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कहा, 'सोशल मीडिया पर एक फर्जी खबर शेयर की जा रही है। जिसमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सभी बैंकों को पासबुक के आखिरी पन्ने पर गीता का सार प्रिंट कराने का निर्देश दिया है।' एजेंसी ने आगे कहा, 'आरबीआई ने ऐसा कोई भी निर्देश जारी नहीं किया है। ऐसी भ्रमित करने वाली संदिग्ध खबरों को आगे फॉरवर्ड न करें।'
ऐसे करायें फैक्ट चेक
अगर आपके पास भी इस तरह के कोई मैसेज आते हैं तो आप उसकी सच्चाई जानने के लिए लिए फैक्ट चेक पीआईबी के माध्यम से करा सकते हैं। इसके लिए आपको पीआईबी के ऑफिशियल वेबसाइट https://factcheck.pib.gov.in/ पर विजिट करना होगा। इसके अलावा आप वाट्सएप नंबर +918799711259 या ईमेल आईडी pibfactcheck@gmail.com पर भी मैसेज या वीडियो भेज कर फैक्ट चेक करा सकते हैं।